“India’s-first” approach का किया आह्वान
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को पिछड़े जिलों को विकसित करने के उद्देश्य से इसी तरह की कवायद की तर्ज (similar lines) पर एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम (Aspirational Block Programme) की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि भारत एक विकसित देश बनने के लिए बुनियादी ढांचे (infrastructure), निवेश (investment), नवाचार (innovation) और समावेश (inclusion) के चार स्तंभों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
अपने तीसरे और आखिरी दिन राज्यों के मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए, PM Modi ने कहा कि पूरी दुनिया वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (global supply chain) में स्थिरता लाने के लिए भारत की ओर देख रही है और उनसे MSME क्षेत्र को “वैश्विक चैंपियन” बनाने के लिए कदम उठाने और global value chain का एक हिस्सा बनने को कहा।
एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि देश इसका पूरा लाभ तभी उठा सकता है, जब राज्य गुणवत्ता (quality) पर ध्यान केंद्रित करके और “India’s first” दृष्टिकोण के साथ निर्णय लेते हुए नेतृत्व करें।
प्रधान मंत्री ने मुख्य सचिवों को “नासमझ अनुपालन” (mindless compliances) और पुराने कानूनों और नियमों को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने का भी आह्वान किया।
ऐसे समय में जब भारत अद्वितीय सुधारों (unparalleled reforms) की शुरुआत कर रहा है, अतिरेक (overregulation) और नासमझ प्रतिबंधों की कोई गुंजाइश नहीं है, उन्होंने ट्वीट किया। मोदी ने कहा कि राज्यों को विकास समर्थक शासन, व्यापार करने में आसानी, जीवनयापन (living) में आसानी और मजबूत बुनियादी ढांचे के प्रावधान (provision of robust infrastructure) पर ध्यान देना चाहिए।
एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, “हमें स्व-प्रमाणन (self certificate), deemed approval और फॉर्म के standardization की ओर बढ़ना चाहिए।”
प्रधान मंत्री ने साइबर सुरक्षा को बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ-साथ भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में भी बात की।
उन्होंने यह भी ट्वीट किया, “दुनिया की निगाहें भारत पर हैं, हमारे युवाओं के समृद्ध प्रतिभा पूल के साथ, आने वाले वर्ष हमारे राष्ट्र के हैं।”
मोदी ने कहा, “हमारे MSME (micro, small और medium enterprises) क्षेत्र को मजबूत करना देश के लिए आत्मनिर्भर बनने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। वहीं, स्थानीय उत्पादों को लोकप्रिय बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।”
जानकारी के लिए बता दें कि, PM Modi ने 2023 के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष होने के महत्व और उनके उत्पादों की लोकप्रियता बढ़ाने के कदमों पर भी चर्चा की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “पिछले दो दिनों से, हम दिल्ली में मुख्य सचिवों के सम्मेलन में व्यापक चर्चा देख रहे हैं। आज की मेरी टिप्पणी के दौरान, उन विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला (wide range) पर जोर दिया गया, जो लोगों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं और भारत के विकास के रास्ते को मजबूत कर सकते हैं।”
सरकार ने कहा है कि 5 जनवरी से शुरू हुए chief secretaries के सम्मेलन का उद्देश्य राज्यों के साथ समन्वय में तेजी से और निरंतर आर्थिक विकास करना था।
आपको बता दें कि, PM Modi ने पिछले दो दिनों में सम्मेलन की अध्यक्षता की।