लक्ष्मी पूजन शाम 06:53 मिनट से रात 08:16 मिनट तक रहेगा।
इस दिन महालक्ष्मी की पूजा करके अपने कार्य को सिद्ध किया ही जा सकता है, इस दिन भगवान राम असुरों का संहार करके अयोध्या लौटे थे, जिनका दीपोत्सव करके स्वागत किया गया था। इसमें अंधेरे को दूर कर प्रकाश किया जाता है,इसी तरह हमें अपने अन्दर के विकारों के अन्धकार को मिटाकर अनुशासन,प्रेम,सत्य और सदाचार रूपी प्रकाश से स्वयं को प्रकाशित करना चाहिए।
दिवाली का दिन लक्ष्मी के स्वागत का दिन है!